77 शिक्षकों से 40 करोड़ वेतन रिकवरी की हो रही तैयारी

एसआईटी जांच में दोषी मिलने के बाद सेवा से बर्खास्त किए गए 77 शिक्षकों से वेतन की रिकवरी होगी। 2006 से भर्ती हुए इन शिक्षकों ने वेतन के रूप में पिछले 13 सालों में लगभग 40 करोड़ रुपये लेकर सरकारी खजाने को चोट पहुंचायी है। इन शिक्षकों को बर्खास्त करने के बाद वेतन की रिकवरी के निर्देश शासन से मिले थे। उन्हीं निर्देशों के तहत वेतन रिकवरी की कार्रवाई शुरू कराई गई। लेखाधिकारी की ओर से इस संबंध में संबंधित खंडशिक्षाधिकारियों से शिक्षकों का डाटा मांगा गया है ताकि वेतन रिकवरी के नोटिस इन शिक्षकों को जारी किए जा सकें।


77 फर्जी शिक्षकों की बर्खास्तगी करने के बाद शिक्षा विभाग वेतन रिकवरी की कार्रवाई में जुट गया है। बेसिक शिक्षा विभाग के वित्त एवं लेखाधिकारी अनिल शर्मा ने सभी शिक्षकों की बर्खास्तगी के बाद वेतन रोकने की कार्रवाई पहले ही कर दी थी। लेकिन अब इन शिक्षकों से वेतन रिकवरी की कार्रवाई भी शुरू करा दी गई है। खंड शिक्षाधिकारियों को पत्र भेजकर संबंधित शिक्षकों का डाटा तलब किया गया है ताकि इन शिक्षकों द्वारा तैनाती अवधि में लिए गए वेतन की रिकवरी कराई जा सके। इस संबंध में बीएसए को भी पत्र भेजा गया था। बीएसए ने भी बर्खास्त शिक्षकों का डाटा लेखाधिकारी को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। लेखाधिकारी का कहना है कि वेतन के रूप में बर्खास्त शिक्षकों ने लगभग 40 से 42 करोड़ रुपये की रिकवरी होनी है। इस संबंध में उच्चाधिकारियों की ओर से निर्देश भी मिल चुके हैं।


दो चरणों में 77 शिक्षकों की हुई है बर्खास्तगी


शैक्षिक वर्ष 2004-05 में आगरा विश्वविद्यालय से बीएड की डिग्रियां हासिल कर 4500 से अधिक लोगों द्वारा शिक्षा विभाग में शिक्षक के पदों पर नौकरी हासिल की गई। एसआईटी की जांच में बीएड डिग्रियों के फर्जी होने का खुलासा हुआ तो जांच के दौरान मैनपुरी में 78 फर्जी शिक्षकों को चिह्नित कराया गया है। इनमें से पहले चरण में 74 और दूसरे चरण में तीन कुल 77 शिक्षक बर्खास्त किए गए हैं। पहले चरण में बर्खास्त किए गए 74 शिक्षक बर्खास्तगी के विरुद्ध हाईकोर्ट चले गए हैं। मैनपुरी में हुई कार्रवाई पर इन शिक्षकों को स्टे भी मिल गया है। शेष तीन शिक्षकों पर बर्खास्तगी की कार्रवाई बाद में हुई है। एक शिक्षक की जांच अभी भी जारी है।


तीन शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर की दी तहरीर


मैनपुरी। बीएसए विजय प्रताप सिंह का कहना है कि वेतन रिकवरी की कार्रवाई शुरू कराई जा रही है। डाटा तैयार हो रहा है। बर्खास्त किए गए तीन शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर कराने के निर्देश खंड शिक्षाधिकारियों को पहले ही दिए जा चुके हैं। खंड शिक्षाधिकारियों ने थानों में जाकर इन शिक्षकों के खिलाफ तहरीर दे दी है। पहले चरण में बर्खास्त हुए शिक्षकों का मामला हाईकोर्ट में है। हाईकोर्ट से मामला निस्तारित होने के बाद आगे की कार्रवाई कराई जाएगी।


उच्चाधिकारियों के निर्देश पर बीएसए और खंड शिक्षाधिकारियों को वेतन रिकवरी के संबंध में पत्र भेजा गया है। संबंधित ब्लाक के बर्खास्त शिक्षकों का डाटा मिलने के बाद रिकवरी के नोटिस जारी कराए जाएंगे।